जावेद चित्रकारी को पूजा की तरह मानते हैं और यही कारण है की आज तक उन्हों ने अपनी कला का मूल्य नहीं लगाया है. देश के लगभग सभी बड़े शहरों और पवित्र स्थलों पर अपनी चित्रकारी के नमूने निःशुल्क दिखाते रहे हैं. वर्त्तमान में वे ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश के सदस्य हैं. अपने कुछ प्रशंसकों के बहुत अनुरोध के बाद वे अपनी कलाकृतियों को ब्लॉग के माध्यम से इन्टरनेट पर लाने को तैयार हुए. प्रयास हम लोगों का है प्रोत्साहन, प्रशंसा आप लोगों को दिखानी है. सहयोग की आकांक्षा के साथ जावेद और कुमारेन्द्र

प्राकृतिक दृश्य


10 comments:

Yamini Gaur said...

आपकी कल्पना स्वर्ग से सुन्दर है ।

राजेंद्र माहेश्वरी said...

परमपिता परमेश्वर आपकी जीवन-साधना को परिपक्व और प्रखर करे। आपकी अन्तर्निहित शक्तिया जाग्रत हो। जीवन सफलता और समृद्धि की ओर अग्रसर होता रहे। यश एवं कीर्ति के गान जिंदगी के आंगन में गूंजते रहे। उल्लास और उमंगो की नई तरंगो का स्पर्श मिलता रहे। आंतरिक प्रसन्नता व संतोष से अंत:करण का हर कोना सुवासित होता रहे। ऐसी मंगलकामना।

विवेक सिंह said...

लाजबाव बेहतरीन !

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

जावेद भाई,शुभकामनाएं स्वीकारिये भड़ास परिवार की ओर से...
बहुत ही सुंदर हैं आपकी पेंटिंग.....
कमेंट बाक्स से "वर्ड-वेरिफ़िकेशन" हटाने के लिये कुमारेंद्र जी को बोलिये। रमजान का माह आपके लिये मंगलमय हो।

شہروز said...

bahut hi khoob!

Sajeev said...

bahut sunder aur aapke doston ka abhaar jo aap internet par aaye, hind yugm ke saath judiye ham aapki kala ko ek naya aasmaan denge, avashy sampark karen -

आपका मित्र
सजीव सारथी
आवाज़

प्रदीप मानोरिया said...

nice very nice

Unknown said...

Have a beautifull and lovely painting.Good luck and verry verry intrested pictuer.karan rajpoot rath.

Unknown said...

Have a beautifull and lovely painting.Good luck and verry verry intrested pictuer.karan rajpoot rath.

ajay ramayan pritam said...

Wow sant jawed kudari sir appke hunan ko Salam karta hu or khuda Se hmesha yhi dua krta hu ki Ap Hr pal muskrats rhe